जी हाँ।
कालिन्दी हूँ मैं।
नहीं पहचाना ना!
मुझे पता था•••••
कैसे जान पाओगे
देखा जो नहीं है तुमने
कभी मेरा यह काला रूप।
तुम नहीं देख पाये कभी
मेरे जीवन का कालीदह
जिसके पाश में बन्धी
मैं -
मैं ना रही।
और खो गई मुझसे
मेरी अपनी पहचान
जिसे तुम जानते थे।
पहचानते थे।
काश के तुम देख पाते
और मिल पाते
मेरे अन्दर छिपी मैं से!!!
कालिन्दी हूँ मैं।
नहीं पहचाना ना!
मुझे पता था•••••
कैसे जान पाओगे
देखा जो नहीं है तुमने
कभी मेरा यह काला रूप।
तुम नहीं देख पाये कभी
मेरे जीवन का कालीदह
जिसके पाश में बन्धी
मैं -
मैं ना रही।
और खो गई मुझसे
मेरी अपनी पहचान
जिसे तुम जानते थे।
पहचानते थे।
काश के तुम देख पाते
और मिल पाते
मेरे अन्दर छिपी मैं से!!!