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सोमवार, 25 अप्रैल 2016

.............रोटियां विषैली हो गयी हैं!! (एक पुरानी डायरी का पन्ना )

आज फिर एक मौत हो गयी
भूख के कारण
आज फिर साबित हुआ भूखा राजू 
रोटी चोर 
और कर दिया गया लहुलुहान 
चोरी के जुर्म में 
बीच सड़क पर
आज फिर ममता लुटा आई अपनी अस्मत
चंद टुकडो के लिए 
ताकि भर सके पेट 
अपने भूखे बच्चों का........
... महज एक रोटी ने 
आदमी को बना दिया है कुत्ता
जो पेट की खातिर 
गले में पट्टा डाल
तलवे चाटता है 
रोटी के लिए !
मगर सरकारी आकडे कहते हैं
की एक भी मौत नहीं हुई है 
रोटी के कारण 
क्योंकि हर आदमी के हिस्से का अनाज 
सड़ रहा है गोदामों में 
यहाँ- वहां!
सच तो यह है की इन्हें भूख ने नहीं, रोटियों ने मारा है 
क्योंकि रोटियां विषैली हो चुकी हैं 
मेरे शहर की....

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